सोमवार, 7 जुलाई 2025 को शेयर बाजार खुलते ही Indus Towers के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली। इस दिन कंपनी का शेयर लगभग 3.5% तक गिर गया और ₹412 से फिसलकर ₹409 के आसपास आ गया। इस गिरावट ने इसे Nifty Midcap 150 के टॉप लूज़र्स में शामिल कर दिया। यानी इस दिन यह मिडकैप कैटेगरी का सबसे ज़्यादा नुकसान झेलने वाला स्टॉक रहा।
यह गिरावट ऐसे समय में आई जब बाकी मिडकैप स्टॉक्स – जैसे Endurance Tech, Jubilant Food, Bharti Hexacom – भी नीचे जा रहे थे। इससे यह समझ आता है कि ये सिर्फ Indus Towers की समस्या नहीं थी, बल्कि पूरे मिडकैप सेक्टर में ही दबाव बना हुआ था।
गिरावट के पीछे क्या कारण रहे?
इस गिरावट के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। सबसे पहला कारण है – कंपनी के मैनेजमेंट में बदलाव। Indus Towers ने हाल ही में घोषणा की कि उसके टॉप मैनेजमेंट में कुछ बदलाव हो रहे हैं। यह खबर 1 जुलाई को SEBI को दी गई थी। ऐसे बदलाव अक्सर निवेशकों में चिंता बढ़ा देते हैं, क्योंकि इससे कंपनी की रणनीति और प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।
दूसरा कारण है – तकनीकी स्तर पर रिट्रेसमेंट। पिछले कुछ हफ्तों में शेयर में तेज़ी आई थी और यह ₹460 के पार चला गया था। इसलिए अब थोड़ी गिरावट को एक तकनीकी “ब्रेक” के रूप में भी देखा जा सकता है। यानी शेयर थोड़ी देर के लिए आराम कर रहा है ताकि फिर से ऊपर जा सके।
तीसरा कारण है – मिडकैप सेक्टर में कुल मिलाकर दबाव। जब बाजार में व्यापक गिरावट होती है, तो अच्छी कंपनियों के शेयर भी उसमें बह जाते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ।
कंपनी की हालत अब कैसी है?
अब ज़रा कंपनी के फाइनेंशियल्स की बात करें। Indus Towers एक मजबूत कंपनी मानी जाती है, जो भारत में मोबाइल टावर लगाने और उनकी देखरेख का काम करती है। यानी जितना मोबाइल नेटवर्क फैलेगा, उतना ही इसका बिजनेस बढ़ेगा।
2024-25 की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी का सालाना रेवेन्यू ₹30,000 करोड़ से ज़्यादा रहा। यानी हर महीने लगभग ₹2,500 करोड़ की कमाई। इससे पहले 2021 में कंपनी का रेवेन्यू ₹14,000 करोड़ के आसपास था, तो आप समझ सकते हैं कि इसमें कितनी तेज़ बढ़त हुई है।
इतना ही नहीं, कंपनी का मुनाफा भी लगभग ₹9,900 करोड़ तक पहुँच चुका है। इसका मतलब है कि कंपनी बहुत अच्छा प्रॉफिट कमा रही है। इसके अलावा कंपनी का EPS (एक शेयर पर मुनाफा) 2021 में ₹17 था जो अब बढ़कर ₹37 के करीब हो गया है। यानी हर शेयर पर मुनाफा दोगुना हो गया।
कंपनी पर कर्ज कितना है?
Indus Towers की एक खास बात यह है कि इसका कर्ज बहुत ही कम है। इसका Debt-to-Equity Ratio सिर्फ 0.07 है, जो बेहद अच्छा माना जाता है। यानी कंपनी अपने खर्चों और निवेशों को ज्यादातर अपनी ही कमाई से पूरा कर रही है।
इतना ही नहीं, कंपनी का ROE यानी Return on Equity लगभग 30% के आसपास है, जो बहुत ही मजबूत प्रदर्शन दर्शाता है। ROE बताता है कि कंपनी अपने शेयरधारकों की पूंजी पर कितना रिटर्न दे रही है। और 30% का आंकड़ा बहुत बढ़िया होता है।
शेयर की वर्तमान स्थिति
Indus Towers का शेयर फिलहाल ₹409–₹412 के आसपास ट्रेड कर रहा है। इसका 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर ₹460 और न्यूनतम ₹312 रहा है। यानी अभी यह अपनी ऊँचाई से थोड़ा नीचे है, लेकिन बहुत नीचे नहीं है।
तकनीकी संकेतों की बात करें तो VWAP (Volume Weighted Average Price) लगभग ₹411 है। इसका मतलब है कि अभी शेयर उसी औसत रेट के आसपास घूम रहा है। यह एक “watch and wait” स्थिति होती है, यानी देखो और फिर फैसला करो।
शेयर कौन-कौन खरीद रहा है?
Indus Towers के शेयर में कई बड़े निवेशकों ने पैसा लगाया हुआ है। कंपनी के करीब 50% शेयर प्रमोटरों के पास हैं, यानी जो लोग कंपनी चला रहे हैं। इसके अलावा:
- FII (Foreign Investors) – 26% शेयर रखते हैं
- DII (Domestic Institutions) – लगभग 18%
- Mutual Funds – करीब 13% हिस्सेदारी
इससे यह साफ होता है कि कंपनी में प्रोफेशनल और इंटरनेशनल निवेशकों का भरोसा है। वे अभी भी इसमें लंबे समय के लिए निवेश किए हुए हैं।
विश्लेषकों की क्या राय है?
कई ब्रोकरेज और शेयर बाज़ार के विश्लेषकों ने इस स्टॉक पर अपनी राय दी है। इनके मुताबिक:
- 4 एक्सपर्ट इसे Strong Buy मानते हैं
- 5 एक्सपर्ट इसे Buy की रेटिंग देते हैं
- 5 लोग Hold की सलाह दे रहे हैं
- सिर्फ 3–4 लोग इसे बेचने की राय दे रहे हैं
इसका मतलब ये है कि ज़्यादातर लोग इसे एक अच्छी कंपनी मान रहे हैं, और मौजूदा गिरावट को खरीद का मौका मान रहे हैं।
Indus Towers का शेयर इस समय गिरावट में है, लेकिन कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति मजबूत है। भविष्य में जब मार्केट स्थिर होगा, या जब टेलीकॉम इंडस्ट्री में निवेश बढ़ेगा – जैसे कि 5G टॉवर, नए सर्कल, और नेटवर्क एक्सपैंशन – तो Indus Towers को सीधा फायदा मिलेगा।
इसके अलावा, कंपनी अगर भविष्य में डिविडेंड घोषित करती है, या कोई नया कॉन्ट्रैक्ट जीतती है, तो शेयर में फिर से उछाल आ सकता है।
अब सबसे बड़ा सवाल – क्या इस शेयर में अभी निवेश करना चाहिए?
अगर आप एक लॉन्ग टर्म निवेशक हैं और अगले 2–3 सालों के लिए सोच रहे हैं, तो यह एक अच्छा मौका हो सकता है। क्योंकि:
- कंपनी की आमदनी और मुनाफा लगातार बढ़ रहा है
- कर्ज बहुत कम है
- FII और म्यूचुअल फंड जैसी संस्थाएं पहले से इसमें निवेशित हैं
- शेयर अभी अपने हाई से थोड़ा सस्ता मिल रहा है
लेकिन अगर आप शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो आपको थोड़ा इंतज़ार करना चाहिए और यह देखना चाहिए कि ₹409–₹410 के स्तर पर यह टिकता है या नहीं।











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