16 जुलाई 2025 को Adani Ports एंड एस्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) के Share में उछाल देखा गया। इस दिन बाजार में कंपनी की ओर से कई सकारात्मक संकेत मिले, जिनसे निवेशकों का भरोसा बढ़ा। प्रमुख कारणों में शामिल हैं – कंपनी की ऋण प्रबंधनीति की योजना, मजबूत परिचालन परिणाम, विश्लेषकों की सकारात्मक टिप्पणियाँ और सरकार की अवसंरचना परियोजनाएँ। इन तथ्यों ने मिलकर Share की कीमतों को ऊपर धकेला है।

कॉर्पोरेट घोषणा और कर्ज प्रबंधन
Adani ports ने 16 जुलाई को $450 मिलियन मूल्य के विदेश मुद्रा बांड पुनर्खरीद (टेंडर ऑफर) की घोषणा की। कंपनी ने तीन USD-डेनॉमिनेटेड वरिष्ठ नोट्स (4.0%, 4.20%, और 4.375% कूपन) को वापस खरीदने की योजना बताई है, जिससे कुल $450 मिलियन ऋण घटाने का लक्ष्य है। इस कदम का उद्देश्य कंपनी के ऋण संरचना को सरल बनाना और ब्याज बोझ कम करना बताया गया है। इस घोषणा से बाजार में जोखिम कम होने की धारणा बनी और शेयर धारकों को उम्मीद हुई कि कंपनी का वित्तीय भार घटेगा।
मजबूत परिचालन और वित्तीय आंकड़े
नवीनतम तिमाही के परिणाम भी बहुत प्रभावशाली रहे हैं। कंपनी ने मार्च 2025 को समाप्त तिमाही (Q4 FY25) में 23% राजस्व वृद्धि के साथ शुद्ध लाभ में 50% की वृद्धि दर्ज की। दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में कुल मालहनन 11% बढ़कर 120.6 मिलियन मीट्रिक टन हो गया, जिसमें कंटेनर व्यापार 19% बढ़ा। जून 2025 महीने में अकेले 41.3 MMT मालहनन (+12% YoY) हुआ। मजबूत परिचालन परिणामों (जैसे वॉल्यूम में निरंतर वृद्धि और बेहतर मार्जिन) से निवेशकों का विश्वास मजबूत हुआ।
विश्लेषकों की सकारात्मक टिप्पणियाँ
बाजार के विश्लेषकों ने भी कंपनी की मजबूत वृद्धि क्षमता का संकेत दिया है। उदाहरण के लिए जेफरीज ने जुलाई 2025 में Adani Ports के Share में 7% की जबरदस्त छलांग के मूल्य लक्ष्य को ₹1,765 तक बढ़ाया है, जिसमें उन्होंने कंटेनर ट्रैफिक में 19% वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि और आगामी विस्तार योजनाओं का हवाला दिया। कई ब्रोकरेज फर्मों ने कंपनी पर “बाय” रेटिंग बनाए रखी है। कुल मिलाकर, विश्लेषक आंकड़ों और विकास की योजनाओं को देखते हुए Share की रेटिंग में तेजी आई है, जो कीमत बढ़ने का एक अन्य कारण बन गया है।
सरकार और वैश्विक परियोजनाएँ
सरकार की योजनाएँ और बाह्य परियोजनाएँ भी सकारात्मक माहौल बनाने में सहायक रहीं। राष्ट्रीय मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क नीति के तहत उत्तर प्रदेश के नोएडा में 174 एकड़ के लॉजिस्टिक्स पार्क की परियोजना में अदानी पोर्ट्स ने भागीदारी की है। यह परियोजना खनन और उत्पादन इकाइयों के लिए माल ढुलाई को और सुविधाजनक बनाएगी। साथ ही, अडानी समूह द्वारा इजरायल के हाइफा पोर्ट का सफलीकरण एवं कोलकाता-पश्चिमी सिक्किम बंदरगाह की प्रगति जैसी खबरों ने दीर्घकालिक विकास की उम्मीदें बढ़ाई हैं। इन सभी पहलुओं ने निवेशकों को आकर्षित किया और शेयर धारणा पर सकारात्मक प्रभाव डाला।
कुल मिलाकर, 16 जुलाई को Adani Ports के Share में 7% की जबरदस्त छलांग के शेयरों में आई तेजी का श्रेय उपरोक्त कारणों को दिया जा सकता है। कंपनी की कर्ज कम करने की रणनीति, मजबूत आय व वॉल्यूम ग्रोथ, विश्लेषकों द्वारा दी गई प्रोत्साहना और सरकारी लॉजिस्टिक्स परियोजनाएँ मिलकर शेयर भाव को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। (स्रोत: आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति एवं बाजार विश्लेषण
By: aktv.in
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