Tata Motors का शेयर इन दिनों निवेशकों के लिए एक रोलरकोस्टर राइड की तरह है। कभी तेजी से ऊपर जाता है तो कभी अचानक नीचे गिर जाता है। आज हम जानेंगे कि आखिर Tata Motors Share price में इतना उतार-चढ़ाव क्यों हो रहा है और शेयर मार्केट में इसकी क्या स्थिति है।
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टाटा मोटर्स का सबसे बड़ा सौदा
30 जुलाई 2025 को Tata Motors Share ने एक बहुत बड़ा फैसला लिया। कंपनी ने इतालवी ट्रक बनाने वाली कंपनी Iveco को 4.5 अरब डॉलर में खरीदने का ऐलान किया। यह टाटा मोटर्स का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है। इससे पहले कंपनी ने Jaguar Land Rover (JLR) को खरीदा था, लेकिन यह सौदा उससे भी बड़ा है।
इस खरीदारी से Tata Motors की दुनिया भर में पहुंच बढ़ेगी। खासकर Commercial Vehicle यानी कमर्शियल गाड़ियों के बिजनेस में कंपनी की पकड़ और मजबूत हो जाएगी। लेकिन निवेशकों को इस सौदे की वित्तीय चुनौतियों को लेकर चिंता भी है।
शेयर मार्केट में उछाल
अमेरिका और यूरोप के बीच व्यापार विवाद सुलझने की खबर से Tata Motors में तेजी आई। शेयर की कीमत 2% तक बढ़ी और यह ₹700 के पास भी पहुंच गया। यह खबर JLR जैसी निर्यात करने वाली कंपनियों के लिए अच्छी है क्योंकि इससे वैश्विक व्यापार में आसानी होगी।
पिछले दो दिनों में Tata Motors शेयर प्राइस में करीब 5% की बढ़ोतरी हुई। इससे लगता है कि दुनिया की मुद्रा नीतियों में सुधार से कंपनी को फायदा मिल सकता है।
JLR का शानदार प्रदर्शन
Jaguar Land Rover (JLR) ने वित्तीय वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। कंपनी ने £875 मिलियन का प्री-टैक्स मुनाफा कमाया, जो पिछले साल के £661 मिलियन से काफी ज्यादा था। पूरे साल का मुनाफा £2.5 बिलियन रहा।
JLR अब कैश-पॉजिटिव स्थिति में है यानी कंपनी के पास £278 मिलियन का नकद है और उसके सारे कर्ज खत्म हो गए हैं। यह कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति को दिखाता है।
लेकिन इसके बावजूद JLR ने अगले साल (FY26) के लिए अपना EBIT margin guidance घटाकर 5-7% कर दिया है। पहले यह लक्ष्य 8.5-10% था। इस वजह से टाटा मोटर्स शेयर पर दबाव आया।
टाटा मोटर्स शेयर में 3% की गिरावट क्यों?
1. मुनाफे में भारी गिरावट
14 मई 2025 को टाटा मोटर्स ने Q4 FY25 के नतीजे जारी किए। कंपनी के कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 51% की भारी गिरावट आई। मुनाफा ₹17,528 करोड़ से गिरकर ₹8,556 करोड़ हो गया।
हालांकि यह नतीजे बाजार की उम्मीदों से बेहतर थे, फिर भी इतनी बड़ी गिरावट से निवेशकों में चिंता पैदा हुई। इसका सीधा असर टाटा मोटर्स शेयर प्राइस पर पड़ा।
2. JLR की कमजोर भविष्य की योजना
JLR टाटा मोटर्स की सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाली कंपनी है। लेकिन इसने अगले साल के लिए अपने EBIT margin का लक्ष्य कम कर दिया है। इससे लगता है कि कंपनी की profitability और cash flow पर दबाव आ सकता है।
कई ब्रोकरेज कंपनियों जैसे CLSA और Morgan Stanley ने टाटा मोटर्स को अच्छी रेटिंग दी है, लेकिन शेयर मार्केट में निवेशक अभी भी सतर्क हैं।
3. वैश्विक व्यापार की समस्याएं
अमेरिका और यूरोप के टैरिफ (आयात शुल्क) की वजह से JLR की बिक्री प्रभावित हो रही है। यह टाटा मोटर्स की अंतर्राष्ट्रीय कमाई पर सवाल खड़े करता है।
हालांकि अमेरिका-यूरोप के विवाद सुलझने से कुछ राहत मिली है, लेकिन भारत-अमेरिका के व्यापार समझौते को लेकर अभी भी अनिश्चितता है।
4. निवेशकों की सावधानी
अमेरिकी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना और Fed की नीति की अनिश्चितता ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है। इससे विदेशी पूंजी का प्रवाह कम हुआ है और टाटा मोटर्स शेयर जैसे स्टॉक्स में बिकवाली हुई है।
इसके कारण टाटा मोटर्स के शेयर में कुछ ट्रेडिंग सेशन में 3-6% तक की गिरावट देखी गई है। अभी यह शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर से 42% नीचे ट्रेड कर रहा है।
भविष्य की सकारात्मक उम्मीदें
Tata Motors के पास कई सकारात्मक योजनाएं हैं। कंपनी ने Commercial Vehicle बिजनेस में रणनीतिक निवेश किया है और 2027 तक 40% बाजार हिस्सेदारी का लक्ष्य रखा है।
कंपनी ने Lifetime Battery Warranty ऑफर करना शुरू किया है, जिससे EV ग्राहकों में विश्वास बढ़ेगा। Harrier.ev, Sierra.ev जैसी नई इलेक्ट्रिक गाड़ियों की योजना है।
JLR का नया EV मॉडल Type 00 की उत्पादन लाइन तैयार हो रही है। यह सब कंपनी के भविष्य के लिए अच्छे संकेत हैं।
ब्रोकरेज कंपनियों की राय
CLSA, Morgan Stanley और अन्य ब्रोकरेज फर्मों ने टाटा मोटर्स को ‘Outperform’ और ‘Accumulate’ रेटिंग दी है। उनका टारगेट प्राइस ₹805-₹799 है।
निवेशकों के लिए सलाह
Tata Motors की हालिया गतिविधियां मिली-जुली तस्वीर पेश करती हैं। एक तरफ Iveco का अधिग्रहण, EV रणनीति का विकास, और JLR का मजबूत प्रदर्शन सकारात्मक है। वहीं दूसरी तरफ घटे हुए मार्जिन, Q4 में मुनाफे की गिरावट, और वैश्विक अनिश्चितता चिंता की बात है।
अगर आपकी जोखिम सहने की क्षमता अच्छी है और आप लंबी अवधि के निवेश की सोच रहे हैं, तो यह एक अवसर हो सकता है। लेकिन यदि आप सुरक्षित निवेश चाहते हैं, तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर हो सकता है।
शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव सामान्य बात है। Tata Motors जैसी बड़ी कंपनी के लिए यह समय अस्थायी चुनौतियों का हो सकता है। कंपनी की मजबूत बुनियादी स्थिति और भविष्य की योजनाओं को देखते हुए लंबी अवधि में इसकी संभावनाएं बेहतर लग रही हैं।
Tata Motors का शेयर 3% क्यों गिरा, जबकि कंपनी ने Iveco का अधिग्रहण किया है?
हालांकि Iveco का अधिग्रहण Tata Motors के लिए एक रणनीतिक सकारात्मक कदम है, लेकिन निवेशकों ने इस सौदे की वित्तीय लागत और एकीकरण जोखिमों को लेकर सतर्कता दिखाई। इससे अल्पकालिक दबाव बना और शेयरों में 3% की गिरावट दर्ज की गई।
Iveco क्या है और इसका अधिग्रहण Tata Motors के लिए कितना महत्वपूर्ण है?
Iveco एक प्रमुख इतालवी ट्रक और वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी है। Tata Motors द्वारा इसका 4.5 अरब डॉलर में अधिग्रहण कंपनी की वैश्विक विस्तार रणनीति का हिस्सा है। यह अधिग्रहण CV (Commercial Vehicles) सेगमेंट में Tata Motors की ताकत को बढ़ाएगा।
Jaguar Land Rover (JLR) ने अच्छा मुनाफा दिखाया फिर भी निवेशक क्यों चिंतित हैं?
JLR ने FY25 में अच्छा मुनाफा और Cash Flow दिखाया, लेकिन FY26 के लिए EBIT margin guidance 5–7% तक घटा दिया, जो पहले 8.5–10% के आसपास था। यह संकेत देता है कि भविष्य में मुनाफे में दबाव हो सकता है, जिससे निवेशक सतर्क हो गए।
Tata Motors के Q4 FY25 के नतीजे कैसे रहे?
Q4 FY25 में Tata Motors का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 51% घटकर ₹8,470–₹8,556 करोड़ के बीच रहा, जबकि पिछले वर्ष यही ₹17,500 करोड़ से अधिक था। यह गिरावट स्ट्रीट अनुमान से थोड़ी बेहतर रही, फिर भी बड़ी गिरावट से नकारात्मक धारणा बनी।
By: aktv.in











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