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IRFC शेयर में तेजी, निवेशकों को हुआ मुनाफा – जानिए आगे की रणनीति

IRFC शेयर में तेजी, निवेशकों को हुआ मुनाफा

भारतीय शेयर बाजार में रेलवे सेक्टर के स्टॉक्स हमेशा से निवेशकों के बीच चर्चा का विषय रहे हैं। इसी क्रम में भारतीय रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC) के शेयरों ने जुलाई 2025 की शुरुआत में एक बार फिर निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। कंपनी के शेयरों में 3-4% की तेजी देखी गई, जिसके पीछे मजबूत तिमाही परिणाम और सरकारी नीतियों का सहारा रहा है।

IRFC की सफलता की कहानी

अप्रैल-जून 2025 की तिमाही में IRFC ने अपने अब तक के सर्वोत्तम वित्तीय परिणाम पेश किए हैं। कंपनी का शुद्ध लाभ ₹1,746 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 11% अधिक है। यह आंकड़ा न केवल कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है, बल्कि इसकी परिचालन क्षमता में सुधार का भी संकेत देता है।

कंपनी की कुल आय ₹6,918 करोड़ रही, जबकि नेटवर्थ में उल्लेखनीय वृद्धि देखते हुए यह ₹54,424 करोड़ तक पहुंच गई। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि IRFC का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 1.53% हो गया, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे ऊंचा स्तर है। यह सुधार मुख्यतः बेहतर लोन पोर्टफोलियो मैनेजमेंट और सस्ती दरों पर फंड जुटाने की कंपनी की क्षमता के कारण संभव हुआ है।

क्या है नवरत्न दर्जा और क्यों है खास?

IRFC की सफलता में सरकारी नीतियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मार्च 2025 में कंपनी को ‘नवरत्न’ का दर्जा मिलना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था। इस दर्जे से कंपनी को वित्तीय और परिचालन स्वायत्तता मिली है, जिससे वह अपने व्यावसायिक निर्णय अधिक तेजी से ले सकती है।

नवरत्न दर्जे की घोषणा के तुरंत बाद IRFC के शेयरों में 3.7% की तेजी देखी गई। यह दर्जा न केवल कंपनी की विश्वसनीयता बढ़ाता है, बल्कि भविष्य में बड़े प्रोजेक्ट्स को हैंडल करने की क्षमता भी प्रदान करता है। रेलवे क्षेत्र में बढ़ते सरकारी निवेश और पूंजीगत व्यय की उम्मीदों ने भी रेलवे संबंधित कंपनियों को मजबूती प्रदान की है।

वित्तीय स्थिति: मजबूत बैलेंस शीट की गारंटी

IRFC की वित्तीय स्थिति की बात करें तो कंपनी ने कई मोर्चों पर उल्लेखनीय प्रगति दिखाई है। सबसे खास बात यह है कि कंपनी ने अपना zero NPA (Non-Performing Assets) का रिकॉर्ड बनाए रखा है, जो किसी भी वित्तीय संस्थान के लिए एक बेहतरीन उपलब्धि है।

कंपनी का कर्ज-इक्विटी अनुपात भी 7.44 के स्तर पर सुधरा है, जो वित्तीय स्थिरता का संकेत देता है। प्रति शेयर बुक वैल्यू ₹41.65 तक पहुंच गई है, जो कंपनी की बढ़ती संपत्ति का प्रतिबिंब है। इसके अतिरिक्त, IRFC ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹60,000 करोड़ तक का फंड जुटाने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है।

दीर्घकालिक प्रदर्शन: निवेशकों के लिए आकर्षक रिटर्न

IRFC का दीर्घकालिक प्रदर्शन निवेशकों के लिए काफी आकर्षक रहा है। पिछले पांच वर्षों में कंपनी के शेयरों ने लगभग 427% का शानदार रिटर्न दिया है। यदि इसकी तुलना निफ्टी 50 से करें तो पिछले तीन वर्षों में निफ्टी के 50% बनाम IRFC ने 530% की बेहतरीन वृद्धि दिखाई है।

हालांकि, हाल के एक वर्ष में स्टॉक में लगभग 36% की गिरावट भी देखी गई है, और 2025 में यह YTD आधार पर करीब 13% नीचे है। यह उतार-चढ़ाव बाजार की सामान्य प्रकृति को दर्शाता है, लेकिन कंपनी की मजबूत बुनियादी बातें इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बनाती हैं।

विशेषज्ञों की राय: मिश्रित संकेत

बाजार विशेषज्ञों के बीच IRFC को लेकर मतभेद देखने को मिलते हैं। Nirmal Bang के अमित भूपतानी ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर स्टॉक में तेजी देखी है और ‘BUY’ की सिफारिश की है। उन्होंने ₹138 पर स्टॉप-लॉस के साथ ₹155 का प्राथमिक लक्ष्य रखा है। यदि शेयर साप्ताहिक आधार पर ₹160 से ऊपर बंद होता है तो वे ₹200-₹225 तक की रैली की संभावना देखते हैं।

वहीं दूसरी ओर, Lakshmishree Investment के अंशुल जैन ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। उनका मानना है कि यदि स्टॉक ₹133 के सपोर्ट लेवल से टूटता है तो यह ₹120 तक गिर सकता है। यह मतभेद दिखाता है कि निवेशकों को अपनी रिस्क टॉलरेंस के अनुसार निवेश करना चाहिए।

भविष्य की संभावनाएं: रेलवे सेक्टर का विकास

IRFC की भविष्य की संभावनाएं मुख्यतः रेलवे क्षेत्र में सरकारी निवेश पर निर्भर हैं। सरकार द्वारा रेलवे को मिले बढ़ते बजट आवंटन और बुनियादी ढांचे के विकास प्रोजेक्ट्स से IRFC को प्रत्यक्ष लाभ होने की उम्मीद है। कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट, कम लागत पर फंड जुटाने की क्षमता, और नवरत्न दर्जे से मिली स्वायत्तता इसे आगे बढ़ने में सहायक होगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगले दो-तीन वर्षों में IRFC के शेयर ₹200 के पार जाने की संभावना है, बशर्ते कि रेलवे क्षेत्र में निवेश की गति बनी रहे। कंपनी का zero NPA रिकॉर्ड और बेहतर NIM इसे अन्य वित्तीय कंपनियों से अलग बनाता है।

निष्कर्ष

IRFC एक मजबूत वित्तीय पृष्ठभूमि और सरकारी समर्थन के साथ एक आकर्षक निवेश विकल्प प्रस्तुत करता है। कंपनी के रिकॉर्ड तिमाही परिणाम, नवरत्न दर्जा, और रेलवे क्षेत्र में बढ़ते निवेश के अवसर इसे दीर्घकालिक निवेशकों के लिए उपयुक्त बनाते हैं।

हालांकि, निवेशकों को बाजार की अस्थिरता और विशेषज्ञों की मिश्रित राय को ध्यान में रखते हुए अपना निवेश निर्णय लेना चाहिए। IRFC में निवेश करने से पहले अपनी जोखिम सहने की क्षमता का सही आकलन करना और उचित स्टॉप-लॉस लगाना आवश्यक है। रेलवे क्षेत्र के विकास और सरकारी नीतियों पर नजर रखना भी महत्वपूर्ण होगा।

By: aktv.in

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