AKTV.IN

Fast news, that you can use

Reliance का शेयर, अब छप्पर फाड़ देगा पैसा!

Reliance Industries Q1 results

वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में Reliance Industries रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने सर्वकालिक उच्चतम लाभ दर्ज किया है। कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 30,681 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 75.8% अधिक है। राजस्व में 6% की वृद्धि होकर यह 2,73,252 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि समेकित ईबीआईटीडीए (EBITDA) 58,024 करोड़ रुपये रहा। इन नतीजों ने कई वित्तीय अनुमानों को पीछे छोड़ दिया, क्योंकि विश्लेषकों का अनुमान था कि राजस्व और लाभ क्रमश: करीब 2.42 लाख करोड़ रुपये और 20,000 करोड़ रुपये होंगे। Reliance ने भी यह बताया कि इस तिमाही में सूचीबद्ध निवेशों की बिक्री से 8,924 करोड़ रुपये की एकमुश्त आय हासिल हुई है। अगर इस एकमुश्त आय को हटा दिया जाए, तो भी कंपनी का EBITDA 15% और शुद्ध लाभ 25% बढ़ा है।

Reliance का शेयर अब छप्पर फाड़ देगा पैसा!
Reliance का शेयर अब छप्पर फाड़ देगा पैसा!

Reliance के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि “RIL ने FY26 की शुरुआत सबल परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन के साथ की है।” उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दामों में उतार-चढ़ाव के बावजूद कंपनी के तेल-से-रसायन (O2C) कारोबार ने घरेलू मांग और वैल्यू एडेड समाधान पर ध्यान केंद्रित करते हुए मजबूत प्रदर्शन किया। रिटेल व्यवसाय का ग्राहक आधार अब 358 मिलियन हो गया है, और कंपनी अपनी एफएमसीजी ब्रांड पोर्टफोलियो को मज़बूत कर रही है, जो भारतीय उपभोक्ताओं की पसंद को ध्यान में रखकर तैयार किए जा रहे हैं। मुकेश अंबानी ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि रिलायंस अपनी मजबूत रणनीति के दम पर हर 4-5 वर्षों में दुगनी हो जाने का सिलसिला जारी रखेगी।


Reliance Jio प्लेटफ़ॉर्म्स का प्रदर्शन

Reliance के डिजिटल कारोबार, जियो प्लेटफ़ॉर्म्स (Jio), ने भी इस तिमाही में जबरदस्त वृद्धि दिखाई है। जियो का कुल राजस्व 41,054 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 18.8% अधिक है, और शुद्ध लाभ 7,110 करोड़ रुपये रहा (24.8% की वृद्धि)। इस दौरान जियो ने लगभग 9.9 मिलियन नए ग्राहक जोड़े, जिससे कुल ग्राहक संख्या लगभग 498 मिलियन हो गई। खासतौर पर 5G उपभोक्ताओं की संख्या 200 मिलियन के पार हो गई है, और 20 मिलियन होम ब्रॉडबैंड कनेक्शन बन गए हैं।

जियो ने इस तिमाही में कई नई सेवाएँ भी शुरू की हैं। कंपनी ने क्लाउड गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म ‘JioGames Cloud’ और एआई-समर्थित क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा ‘JioPC’ की शुरुआत की है, जो स्मार्टफोन और कंप्यूटर पर हाई-एंड गेम्स व क्लाउड कंप्यूटिंग सस्ता व आसान बना रही हैं। इन सेवाओं के साथ जियो का औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (ARPU) भी बढ़कर अब ₹208.8 प्रति माह हो गया है, जबकि एक साल पहले यह ₹181.7 था। जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने बताया कि इन पहलों से डिजिटल सेवाओं की पहुँच बढ़ेगी और भारत में AI-विकास को प्रेरित करने में मदद मिलेगी।


Reliance Retail का विस्तार

रिटेल कारोबार ने भी Q1 में शानदार प्रदर्शन किया है। रिलायंस रिटेल (RRVL) का कुल राजस्व 84,171 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल की तुलना में 11.3% अधिक है। इसके साथ ही ऑपरेशनल EBITDA 6,044 करोड़ रुपये और समेकित EBITDA 6,381 करोड़ रुपये था (12.7% की वृद्धि)। कारोबार के विस्तार से कंपनी का शुद्ध लाभ 3,271 करोड़ रुपये रहा, जो 28.3% की मजबूती दर्शाता है। ईशा अंबानी ने इस सफलता का श्रेय ऑपरेशनल उत्कृष्टता, भौगोलिक विस्तार और बेहतर उत्पाद पोर्टफोलियो को दिया है।

रिटेल के विस्तार को दिखाता है कि कंपनी ने इस तिमाही में 388 नए स्टोर खोले, जिससे कुल स्टोरों की संख्या बढ़कर 19,592 हो गई हैl। साथ ही, रिलायंस रिटेल का रजिस्टर्ड ग्राहक आधार बढ़कर 358 मिलियन हो गया है। ग्रोसरी और फैशन में मार्केट लीडरशिप के साथ, कंपनी के एकूने किए गए ग्राहक आधार के चलते यह कारोबार मजबूत बना हुआ है। JioMart क्विक-कॉमर्स डिलीवरी ने भी जबरदस्त उछाल दिखाया है: दैनिक ऑर्डर्स में तिमाही-दर-तिमाही 68% और वर्ष-दर-वर्ष 175% की वृद्धि दर्ज हुई है। ईशा अंबानी के अनुसार इन परिणामों के पीछे “उच्च तकनीक में निवेश और ग्राहक-केंद्रित सेवाओं” की रणनीति है, जिसके चलते रिटेल नेटवर्क ग्राहकों की रोजमर्रा और विशेष जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हुआ है।


ऊर्जा और तेल-रसायन खंड

Reliance के पारंपरिक ऊर्जा कारोबार – तेल-से-रसायन (O2C) – में इस तिमाही राजस्व में हल्की गिरावट दर्ज की गई। O2C सेक्टर का राजस्व 154,804 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 1.5% कम है। हालांकि, EBITDA में 10.8% का उछाल आया और यह 14,511 करोड़ रुपये रहा। इस वृद्धि में घरेलू ईंधन के रिटेल मार्जिन में सुधार और Jio-BP फ्यूल रिटेल नेटवर्क की भूमिका प्रमुख रही। Jio-BP के देशभर के 1,991 स्टेशन ने परिवहन ईंधन की बिक्री में तेज़ी लाई है, जिससे इस खंड में लाभप्रदता बढ़ी है।

इसके विपरीत, एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन (Oil & Gas, E&P) खंड का प्रदर्शन कमजोर रहा। इस खंड का राजस्व 6,103 करोड़ रुपये रहा, जो 1.2% की गिरावट है, और EBITDA 4,996 करोड़ रुपये (4.1% की गिरावट) रहा। मुख्य कारण KGD6 क्षेत्र में प्राकृतिक गैस उत्पादन में स्वाभाविक गिरावट है, जिससे बिक्री मात्रा कम हुई। हालांकि, इस दौरान KGD6 गैस की रीयलाइज़्ड कीमत बढ़ने से कुछ मदद मिली। मुकेश अंबानी ने बताया कि कुल मिलाकर, उच्च रख-रखाव लागत के बीच भी O2C व ईंधन रिटेल से मिली राहत ने सहयोग दिया। इस तिमाही में कंपनी का कुल कर्ज 1,17,581 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल 1,12,341 करोड़ रुपये के मुकाबले मामूली बढ़ा है। कैपेक्स (पूँजीगत व्यय) 29,875 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 5G स्पेक्ट्रम और रिन्यूएबल ऊर्जा फ्यूचर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।


हरित ऊर्जा और नई पहल

Reliance ने हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भी बड़े लक्ष्यों की घोषणा की है। कंपनी ने 2035 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। इसके लिए रिलायंस जमनगर में 5,000 एकड़ में “हरी ऊर्जा गीगा कॉम्प्लेक्स” विकसित कर रही है, जिसमें सौर पैनल, बैटरी, ग्रीन हाइड्रोजन, ईंधन सेल और ऊर्जा नियंत्रक प्रणालियों के लिए पांच गीगा-फैक्ट्रियाँ शामिल हैं। रिलायंस ने घोषणा की है कि ये गीगा फैक्ट्रियाँ अगले चार से छह तिमाहियों में चरणबद्ध रूप से चालू कर दी जाएंगी। निर्माण पूरा होने के बाद इन नए ऊर्जा व्यवसाय को उपयुक्त भागीदारों के साथ ऑफटेक और वित्तपोषण के ज़रिये आत्मनिर्भर रूप से चलाया जाएगा।

संस्थापक मुकेश अंबानी ने 2021 में भी कहा था कि रिलायंस नई ऊर्जा और नई सामग्रियों (New Materials) में ₹75,000 करोड़ से अधिक निवेश करेगा। इन पहलों के तहत, कंपनी ने राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र आदि में सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से 10 GW तक अक्षय ऊर्जा लगाने की योजना बनाई है। इन स्टेप्स से रिलायंस भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे ले जाना चाहता है।


Reliance शेयर प्रदर्शन और बाजार की प्रतिक्रिया

इन व्यापक नतीजों की घोषणा के बाद रिलायंस के शेयरों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत स्थिर रहा। 18 जुलाई को बाजार बंद होने तक Reliance Industries Limited RIL का शेयर लगभग ₹1,470 के स्तर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से लगभग अपरिवर्तित था। वास्तव में इस परिणाम से पहले ही इस साल रिलायंस के शेयर 22% की बढ़त दिखा चुके थे। ब्लूमबर्ग के अनुसार, 2025 में अब तक कंपनी की मार्केट कैप में लगभग $40 अरब का इज़ाफ़ा हुआ है, जो प्रमुख भारतीय सूचकांकों की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन रहा।

निवेशकों ने इस बार आर्थिक परिणामों में शामिल एकमुश्त लाभ को ध्यान में रखते हुए स्टॉक की उम्मीदों को पहले ही समायोजित कर लिया था। कुल मिलाकर, Q1 FY26 के नतीजे इस बात की पुष्टि करते हैं कि रिलायंस की “तेल-टू-टेलीकॉम-टू-रिटेल” रणनीति मज़बूती से काम कर रही है। जहां Reliance Jio और Reliance Retail ने ग्रोथ इंजन की भूमिका निभाई, वहीं ऊर्जा कारोबार ने चुनौतियों के बावजूद संतुलित परिणाम दिए। भविष्य में यह देखा जाएगा कि निवेशक Reliance के हरित ऊर्जा प्रोजेक्ट्स और डिजिटल इनोवेशन को कैसे परखते हैं।


By: aktv.in

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *