US Share Market में शुक्रवार को तेज गिरावट देखी गई, जब राष्ट्रपति Donald Trump ने कई देशों पर नए tariff लगाने की घोषणा की। Dow Jones इंडस्ट्रियल एवरेज में 250 अंकों से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जबकि S&P 500 और नैस्डैक भी अपने रिकॉर्ड स्तर से नीचे आ गए।
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बाजार की स्थिति
DOW JONES में भारी गिरावट
Dow Jones इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.6% की गिरावट दर्ज की गई, जो 250 अंकों से अधिक की कमी है। यह इंडेक्स 44,371.51 पर बंद हुआ। यह पिछले तीन हफ्तों में सबसे बुरा प्रदर्शन था।
S&P 500 और नैस्डैक का प्रदर्शन
S&P 500 में 0.33% की गिरावट आई और यह 6,259.75 पर बंद हुआ। तकनीकी कंपनियों से भरपूर नैस्डैक कंपोजिट में 0.22% की कमी देखी गई, जो 20,585.53 पर समाप्त हुआ। दिन भर में नैस्डैक में उतार-चढ़ाव देखा गया।
TRUMP के TARIFF की घोषणा
कनाडा पर 35% टैरिफ
राष्ट्रपति ट्रम्प ने घोषणा की कि अमेरिका कनाडा से आयात पर 35% टैरिफ लगाएगा। यह टैरिफ अगस्त महीने से लागू होगा। इस घोषणा के बाद शेयर बाजार में तेजी से गिरावट आई।
जापान और दक्षिण कोरिया पर 25% टैरिफ
ट्रम्प ने जापान और दक्षिण कोरिया से आयात पर 25% टैरिफ लगाने की भी घोषणा की। यह टैरिफ 1 अगस्त से प्रभावी होगा। इसके अलावा मलेशिया, कजाकिस्तान, और ट्यूनीशिया पर भी 25% टैरिफ लगाया जाएगा।
अन्य देशों पर टैरिफ
अमेरिका ने बोस्निया और हर्जेगोविना, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, सर्बिया, कंबोडिया, और थाईलैंड जैसे देशों को भी पत्र भेजे हैं। कुल मिलाकर 20 देशों पर नए टैरिफ लगाए जाने की घोषणा की गई है।
बाजार पर प्रभाव
निवेशकों की चिंता
निवेशक इस बात से चिंतित हैं कि ये टैरिफ एक व्यापक व्यापारिक युद्ध का कारण बन सकते हैं। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ये टैरिफ बातचीत की रणनीति का हिस्सा हो सकते हैं।
डॉलर में मजबूती
टैरिफ की घोषणा के बाद अमेरिकी डॉलर में मजबूती आई है। इससे अन्य देशों की मुद्राओं में गिरावट देखी गई है। विशेष रूप से जापान और दक्षिण कोरिया की मुद्राओं में कमजोरी आई है।
अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
जापानी अर्थव्यवस्था पर असर
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स के अनुसार, नए टैरिफ से जापान की GDP में 2026 के अंत तक 0.1 प्रतिशत की कमी आ सकती है। जापानी अर्थव्यवस्था पहले से ही ऑटो सेक्टर पर उच्च टैरिफ और वैश्विक व्यापार नीति की अनिश्चितता से जूझ रही है।
एशियाई बाजारों की प्रतिक्रिया
एशियाई शेयर बाजारों में मिश्रित प्रतिक्रिया देखी गई है। कुछ बाजार सपाट रहे हैं, जबकि कुछ में गिरावट आई है। निवेशक यह देख रहे हैं कि क्या ये टैरिफ वास्तव में लागू होंगे या फिर यह केवल बातचीत की रणनीति है।
व्यापारिक संबंधों पर प्रभाव
सहयोगी देशों के साथ तनाव
जापान और दक्षिण कोरिया एशिया में अमेरिका के सबसे करीबी सुरक्षा साझेदार हैं। इन देशों पर टैरिफ लगाने से राजनयिक संबंधों में तनाव आ सकता है। इन देशों को अगले तीन हफ्तों में व्यापारिक समझौता करने का मौका दिया गया है।
वैश्विक व्यापार पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि ये टैरिफ वैश्विक व्यापार को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। अगर अन्य देश भी जवाबी कार्रवाई करते हैं, तो एक व्यापक व्यापारिक युद्ध की स्थिति बन सकती है।
आगे की राह
अगस्त की समय सीमा
अधिकांश नए टैरिफ 1 अगस्त से प्रभावी होंगे। इससे पहले प्रभावित देशों के पास अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौता करने का समय है। कई देश अब तेजी से बातचीत की तैयारी कर रहे हैं।
बाजार की उम्मीदें
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह केवल बातचीत की रणनीति हो सकती है और वास्तविक टैरिफ इतने कठोर नहीं होंगे। हालांकि, अभी तक की घोषणाओं के आधार पर बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. टैरिफ क्या होता है?
टैरिफ एक तरह का कर है जो किसी देश द्वारा दूसरे देश से आयात किए जाने वाले सामान पर लगाया जाता है। इससे आयातित सामान महंगा हो जाता है और स्थानीय उद्योगों को फायदा होता है।
2. ये टैरिफ कब से लागू होंगे?
अधिकांश नए टैरिफ 1 अगस्त 2025 से लागू होंगे। कनाडा पर 35% टैरिफ भी अगस्त से शुरू होगा।
3. किन देशों पर टैरिफ लगाया जा रहा है?
मुख्य रूप से जापान, दक्षिण कोरिया, कनाडा, मलेशिया, कजाकिस्तान, ट्यूनीशिया, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, सर्बिया, कंबोडिया, थाईलैंड, और अन्य देशों पर टैरिफ लगाया जा रहा है। कुल मिलाकर 20 देशों को प्रभावित करने की योजना है।
4. शेयर बाजार पर इसका क्या असर हुआ है?
डाउ जोन्स में 250 अंकों की गिरावट आई है, S&P 500 में 0.33% की कमी आई है, और नैस्डैक में 0.22% की गिरावट दर्ज की गई है। यह पिछले तीन हफ्तों में सबसे बुरा प्रदर्शन था।
5. इन टैरिफ से अमेरिकी उपभोक्ताओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
टैरिफ से आयातित सामान महंगा हो जाएगा, जिससे अमेरिकी उपभोक्ताओं को अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इससे बाजार की आय में 1.1% की कमी आ सकती है।
6. क्या यह सिर्फ बातचीत की रणनीति है?
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुख्यतः बातचीत की रणनीति हो सकती है। हालांकि, अभी तक की घोषणाओं को देखते हुए यह स्पष्ट नहीं है कि ये टैरिफ पूरी तरह से लागू होंगे या नहीं।
7. अन्य देश इसका जवाब कैसे दे सकते हैं?
प्रभावित देश जवाबी कार्रवाई के रूप में अमेरिकी सामान पर टैरिफ लगा सकते हैं, या फिर तुरंत व्यापारिक समझौता करने की कोशिश कर सकते हैं। कई देश पहले से ही बातचीत की तैयारी कर रहे हैं।
8. क्या इससे व्यापारिक युद्ध शुरू हो सकता है?
हाँ, अगर अन्य देश भी जवाबी कार्रवाई करते हैं तो एक व्यापक व्यापारिक युद्ध की स्थिति बन सकती है। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
9. निवेशकों को क्या करना चाहिए?
निवेशकों को अभी धैर्य रखना चाहिए और बाजार की स्थिति को समझना चाहिए। टैरिफ की वास्तविक घोषणा और उसके कार्यान्वयन तक इंतजार करना बेहतर होगा। विविधीकरण और जोखिम प्रबंधन महत्वपूर्ण है।
10. भारत पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?
अभी तक भारत को इस टैरिफ सूची में शामिल नहीं किया गया है। हालांकि, वैश्विक व्यापार में होने वाले बदलाव से भारत के निर्यात और आयात पर अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ सकता है।
By: aktv.in
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